जयपुर। संतुलित भोजन, नियमित कसरत, भरपूर नींद और तनाव से दूर रहकर मनुष्य स्वस्थ जीवन जी सकता है। बदलती जीवनशैली के कारण आज कम उम्र में ही दिल के रोग, डिप्रेशन, बीपी, जोड़ों की परेशानी, डायबिटीज आदि बीमारियों के मरीज सामने आ रहे हैं। जरा सी सावधानी और जीवनशैली में परिवर्तन द्वारा कई हद तक ऐसी बीमारियों से बचा जा सकता हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भी शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से पूर्ण स्वस्थ होना ही मानव स्वास्थ्य की परिभाषा है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस (7 अप्रेल) की इस बार की थीम है, यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज, सभी के लिए, सभी जगह। इसी थीम को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर नारायणा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल के विभिन्न रोगों के विशेषज्ञों ने स्वस्थ व खुशहाल जिंदगी जीने के टिप्स दिए हैं।
व्यायाम व बीपी कंट्रोल से रखें स्वस्थ दिल : सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. देवेन्द्र श्रीमाल ने कहा कि नियमित आधा घंटा व्यायाम बीपी व डायबिटीज पर नियंत्रण, धूम्रपान से दूरी व एनर्जेटिक डाइट से दिल की बीमारियों से बचाव हो सकता है। वहीं तली-भूनी खाद्य वस्तुएं से परहेज करें एवं कम मात्रा में नमक का सेवन करें।
हैल्दी ब्रेन के लिए पूरी नींद लें, तनाव से रखें दूरी : मस्तिष्क एवं तंत्रिका रोग विशेषज्ञ डॉ. पृथ्वी गिरी का कहना है कि हैल्दी ब्रेन के लिए पूरी नींद लेना बहुत महत्वपूर्ण है। यह भी जरूरी है कि भोजन समय पर लें, देर रात तक व्हाट्सएप, फेसबुक पर चैटिंग न करें एवं रात के समय चाय-कॉफी न पीएं। तनाव से ज्यादा से ज्यादा दूर रहें, क्योंकि इससे याददाश्त पर असर होता है और सिर दर्द की शिकायत भी हो जाती है।
वजन काबू, कसरत से जोड़ों को दें मजबूती : आर्थोपेडिक्स एवं ज्वाइन्ट रिपलेसमेंट सर्जन डॉ. विजय शर्मा ने बताया कि, जोड़ों को मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी हैं कि रोज कसरत करें, वजन नियंत्रित रखें एवं स्ट्रेसफुल मुद्रा (आलती-पालती मारकर बैठना, उकडू बैठना, अत्याधिक सीढिय़ों का इस्तेमाल करना) में जोड़ों को काम न लें। धूम्रपान व स्टेरोइड से परहेज करें एवं एक एक्सपर्ट की देखरेख में ही व्यायाम करें।
40 की उम्र के बाद महिलाओं की जांच जरूरी : स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ऊषा अग्रवाल ने कहा कि महिलाएं भले ही स्वस्थ महसूस करें, मगर 40 की उम्र के बाद उन्हें नियमित हैल्थ चेकअप एवं आहार, मल्टीविटामिन आदि संबंधी जानकारी स्त्री रोग विशेषज्ञ से जरूर लेना चाहिए। 40 के बाद एवं मेनोपोज के समय शरीर में कई बदलाव आते हैं, ऐसे में स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श से कई बीमारियों का समय रहते पता लगाया जा सकता हैं। महिलाओं में 40 के बाद ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, गर्भाशय की गांठें, ओस्टियों परोसिस आदि की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
स्वच्छ भोजन लें, खूब पानी पीएं : पेट, आंत एवं लीवर रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित सांघी ने बताया कि स्वस्थ रहने के लिए मिलावटी खाद्य पदार्थों से बचें और स्वच्छ व ताजा भोजन ही लें। भरपूर मात्रा में पानी व तरल पदार्थ लें, दूषित पानी से बचें, क्योंकि इससे दस्त व हेपेटाइटिस की शिकायत हो जाती है। पीलिया को अनदेखा न करें, इलाज के लिए झाड फंूक के चक्कर में न पड़ें एवं डॉक्टर से संपर्क करें।
फल, फाइबर डाइट व योगा रखे रोगों से दूर : डायबिटीज व हार्मोन रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकुल गुप्ता ने कहा कि डायबिटिक ही नहीं हर व्यक्ति के लिए संतुलित भोजन जरूरी है। डायबिटीज में उचित मात्रा में फल, सब्जियां, सलाद, अंकुरित पदार्थ तथा फाइबरयुक्त डाइट दिन में 2-3 बार लें। दूध व डेयरी प्रोडेक्ट भोजन में शामिल करें। साथ ही रोज 1 घंटे व्यायाम, खेलकूद या तेज पैदल चलने की आदत डालें।
नारायणा हॉस्पिटल के एक्सपर्टस ने दिए स्वस्थ्य रहने के टिप्स
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