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बतंगड़

by Business Remedies
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राजनीति में नाम कमाना और मान कमाना आसान खेला नहीं हैं। लंबे संघर्ष के बाद भी बहुत से राजनेताओं के लिए विभिन्न कारणों से चुनाव जीतने की राह तो बन जाती है, परन्तु मतदाताओं से सम्मान पाना आसान नहीं होता। जोधपुर के सूरसागर क्षेत्र से लगातार 7 बार विधायक बनने वाली सूर्यकांता व्यास जिन्हें मतदाता जीजी के नाम से जानते हैं। व्यास अब जगत जीजी बन गई हैं, गूगल पर भी जोधपुर जीजी के नाम से सर्च करने पर विधायक सूर्यकांता व्यास के बारे में जानकारी मिल जाएगी। सूर्यकांता व्यास का परिवार संघ से जुड़ा रहा, भले ही बढ़ती उम्र के कारण उन्हें राजकाज में परेशानी का सामना करना पड़ता है परन्तु मतदाताओं को कभी उनसे संवाद स्थापित करने में दिक्कत नहीं हुई। किसी भी कार्यकर्ता के स्कूटर, मोटरसाइकिल पर बैठकर क्षेत्र में घूमने वाली सूर्यकांता व्यास ठेठ जोधपुरी लहजे में अधिकारियों से बात करती नजर आ जाएगी। भाजपा की शहर अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुकी सूर्यकांता व्यास ने कभी पद पाने के लिए मोर्चा बंदी नहीं की और ना ही टिकट के लिए लॉबिंग। जीजी भाजपा विधायक हैं, परन्तु मान सम्मान विपक्ष से भी पूरा पाती हैं। जब कोई कार्यकर्ता उनसे सरकार में मंत्री बनने की या संघठन में बड़ा पद नहीं मिलने की चर्चा करता है, तो उनका जवाब होता है पद तो आता जाता रहवे है, कार्यकर्ता कदी भूतपूर्व नहीं होवें है। राजस्थान विधानसभा की वरिष्ठ सदस्य सूर्यकांता व्यास का जन्म 23फरवरी,1938 को हुआ। प्राथमिक शिक्षा तक शिक्षित व्यास सबसे पहले वर्ष,1990 में विधायक बनी और लगातार 7 बार विधायक बनने का सौभाग्य प्राप्त किया। राजस्थान विधानसभा में सबसे उम्रदराज विधायक सूर्यकांता व्यास स्वयं को युवाओं से बेहतर मानती हैं। उनका कहना है युवा तो 10 बजे तक सोकर भी नहीं उठते और वह प्रात: पांच बजे उठकर अपने क्षेत्र का दौरा भी कर लेती हैं। पार्टी भले ही युवाओं को आगे बढ़ाने की बात करे, लेकिन जोधपुर की सूरसागर सीट पर युवा व्यास के नाम पर सहमत हो जाते हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने प्रो. अयूब खान को टिकट दिया, खान ने मतगणना के दौरान शुरुआती बढ़त दस हजार वोटों की बना ली। इस पर जीजी ने कार्यकर्ताओं के निराश चेहरों को देखकर कहा कि कितनी ही बढ़त बनाल्यो आखिर जीतेगी भाजपा। चुनाव मैं नहीं, कार्यकर्ता लड़ते हैं, इसलिए मुझे कोई हरा नहीं सकता। व्यास स्वयं को राजघराने की प्रत्याशी बताने में भी नहीं झिझकती, कांग्रेस ने विगत तीन चुनावों में उनके खिलाफ मुस्लिम प्रत्याशी उतार कर वोटों का धुर्वीकरण करने की कोशिश की, पर चुनाव के अंतिम दिन पासा हर बार बदल जाता है। सूर्यकांता व्यास का मानना है कि राजनीति में उम्र और रिटायरमेंट कुछ नहीं होता, जब तक क्षेत्र की जनता चाहे तब तक सेवा करते रहना चाहिए। संवाद हीनता राजनीति में नुकसान दायक होती है।
उमेन्द्र दाधीच
@बिजनेस रेमेडीज

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