बिजऩेस रेमेडीज/जयपुर
टाइम्स प्रोफेशनल लर्निंग, अपने ब्रांड टाइम्स प्रो (सीमेंस ट्रेनिंग पार्टनर) के तहत सीमेंस डिजिटल इंडस्ट्रीज़ सॉफ़्टवेयर लिमिटेड के साथ मिलकर भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए नए साधन विकसित कर रहा है। इस के लिए, सीमेंस इलेक्ट्रिकल वेहिकल स्पेशलाइज़ेशन के साथ बीटेक प्रोग्राम शुरू करने के लिए जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी को भी सहयोग कर रहा है। यह अपनी तरह का पहला प्रोग्राम है जो राजस्थान में पेश किया जा रहा है। साथ ही, टाइम्स प्रो और सीमेंस अनेक शानदार इंजीनियरिंग सोल्यूशन भी पेश कर रहे हैं जो ईवी इंडस्ट्री को इंडस्ट्री 4.0 स्किल के साथ बेहद योग्य और ट्रेंड लोग उपलब्ध कराते हैं।
टाइम्स प्रो और सीमेंस के सहयोग से इलेक्ट्रिकल वेहिकल स्पेशलाइज़ेशन के साथ चार साल का पूर्णकालिक बीटेक प्रोग्राम छात्रों को 2070 तक देश के ‘ज़ीरो एमिशन’ के सपने की दिशा में भारत के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोग्राम को शुरू करने का मौका देगा। रिपोर्टों के अनुसार, भारत के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार के 90 प्रतिशत सीएजीआर तक बढऩे और 2030 तक 150 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है। मोबिलिटी में यह बदलाव लगभग एक गीगा-टन कार्बन उत्सर्जन को बचाएगा। इसने विभिन्न वैश्विक ऑटोमोबाइल निर्माण कंपनियों और नए जमाने के स्टार्ट-अप को भी फ़ॉसिल फ्य़ूअल पर निर्भरता को कम करने के लिए ईवी में अत्याधुनिक और नेक्स्ट जेन तकनीक में भारी निवेश करने के लिए प्रेरित किया है। नयापन और भविष्य आधारित स्किल के साथ प्रोग्राम से ग्रैजूएट होने वाले छात्र 21वीं सदी के ऑटोमोटिव वर्कफोर्स की बढ़ती मांगों को पूरा करेंगे।
जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी के वाईस चेयरपर्सन, अर्पित अग्रवाल ने कहा कि हमें बी.टेक की पेशकश करते हुए बहुत खुशी हो रही है और सीमेंस और टाइम्स प्रो के सहयोग से इलेक्ट्रिकल वेहिकल स्पेशलाइज़ेशन के साथ प्रोग्राम और इस तरह के भविष्य के प्रोग्राम की पेशकश करने वाला राजस्थान की पहली यूनिवर्सिटी होने पर गर्व का अनुभव हो रहा है। हमारा लक्ष्य अपने छात्रों के लिए अत्याधुनिक तकनीकों को पेश करना और उन्हें कार्बन न्यूट्रलिटी प्राप्त करने और तकनीकी को सस्ती और सुलभ बनाने के लिए नए सोल्यूशन लाने के योग्य बनाना है।
टाइम्स प्रोफेशनल लर्निंग के चीफ ग्रोथ और पार्टनरशिप ऑफिसर, परीक्षित मार्कंडे ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन इंडस्ट्री ने जबरदस्त विकास देखा है और ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में व्यवधान पैदा हो गया है। इसने भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए स्वच्छ और हरित तकनीकी उपलब्ध कराने के लिए शोध और इन्नोवेशन में महत्वपूर्ण निवेश को शुरू किया है। यह प्रोग्राम इस क्षेत्र में हमारी पहल के लिए एक कदम है जो कुशल कर्मियों के लिए बड़े अवसर प्रदान करेगा और हमारे छात्रों को इंडस्ट्री के लिए तैयार स्किल से भरपूर बनाएगा।
सीमेंस के सहयोग से इलेक्ट्रिकल व्हीकल स्पेशलाइजेशन के साथ बी.टेक. प्रोग्राम में कैंपस में 70 प्रतिशत प्रैक्टिकल ट्रेनिंग सहित पांच सेमेस्टर में 250 घंटे की शिक्षा शामिल होगी। छात्र इलेक्ट्रिकल वाहन इंजीनियरिंग डिजाइन, एनएक्स डिजाइनरों के लिए अनिवार्य बेसिक और एडवांस स्तर, सिंक्रोनस मॉडलिंग और मैकेनिकल फ्री फॉर्म मॉडलिंग के साथ पैरामीट्रिक डिजाइन, सीएडी सरफेस मॉडलिंग प्रोसेस के साथ प्लास्टिक ट्रिम डिजाइन, एनएक्स के साथ बीआईडब्लू डिजाइन जैसे विभिन्न मॉड्यूल सीखकर अपने स्किल को बढ़ाएंगे, इसमें इसके साथ एनएक्स शीट भी शामिल होगी।